आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने लोगों के जीवन को आसान बनाया है, लेकिन इसने स्कैमर्स के लिए भी धोखाधड़ी करना आसान बना दिया है।
वे AI Voice का उपयोग करके लोगों के अकाउंट से पैसे चुरा रहे हैं।
MacAfee ने रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि भारतीयों को AI Voice और असली वॉयस के बीच अंतर नहीं पता होता है।
सोशल मीडिया पर आपने बहुत सारी रील्स देखी होंगी, जिसमें किसी शख्सियत की AI वॉयस का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल वह एक प्रकार की नकली आवाज होती है
ऐसा किसी की भी आवाज के साथ किया जा सकता है। वॉयस क्लोनिंग करने के लिए बहुत सारे सॉफ्टवेयर भी उपलब्ध हैं
अब स्कैमर्स AI Voice का इस्तेमाल धोखाधड़ी करने के लिए कर रहे हैं।
अब स्कैमर्स AI Voice का इस्तेमाल धोखाधड़ी करने के लिए कर रहे हैं।